Sunday 11 November 2012

सुट्टे का धुआं


वो  बारिश  की  बूंदों  में  सुट्टे  का  धुआं
सुट्टे  के  धुंए  में  गम  घूम  हुआ
आंसुओ  को  धुंए  में  बदलते रहे
सब   कुछ  यहाँ  अब  गुमसुम  हुआ

फिक्र  को  धुंए  में  उड़ाते  गए
खुशियों  के  गीत  हम  गाते  गए
जो  मिला  राहो   में  उसे  सुट्टा  दिया
एसे  हमने  सबका  गम  कम  किया
जिंदगी  का  सफ़र  कुछ  यू  तय  हुआ
वो  बारिश  की  बूंदों  में  सुट्टे  का  धुआं

जीवन  को  अपने  हमने  कम  किया
पिया  हमने  सिर्फ  सुट्टा  पिया
उम्र  को  अपनी कम  करते  गए
अपनों  की  खुशियों  को  गम  में  बदलते  गए
एक  दिन  धुंए  से  जिंदगी  का  दीपक  बंद  हुआ
वो  बारिश की  बूंदों  में  सुट्टे  का  धुआं