सबको ज़िंदगी के सब rule आते है
कुछ याद रखते है कुछ भूल जाते है
लिखे थे जो खत उसको देने के लिए
आज पड़े कही कोने में वो धूल खाते है
नहाने के बाद खुद को आईने में देख कर याद कर लेते है
वरना तो हम खुद को रोज़ भूल जाते है
हमने कहने की कोशिश बहुत की पर कभी कह न पाये
पर वो हर बार आते जाते कुछ बोल जाते है
कश्ती पर भरोसा कर के उसमे बैठ तो जाते है
पर कश्ती चलने वाले को क्यों भूल जाते है ?
अरे ओ ज़िंदगी भर नफरत करने वालो
तुम्हे क्या लगता है गंगा नहाने से क्या पाप धूल जाते है ?
देखा था एक चाँद का टुकड़ा एक दिन बस स्टैण्ड पर
आज कल बस पकड़ने हम रोज़ जाते है
सच्चा हूँ दिल नही दुखाया कभी किसी का
ना जाने क्यों मेरे बोलने से लोग चीड़ जाते है
अच्छे काम करने वालो विश्वास रखो उस ऊपर वाले पे
आते है भगवन ज़मीन पे जरूर आते है
कुछ याद रखते है कुछ भूल जाते है
लिखे थे जो खत उसको देने के लिए
आज पड़े कही कोने में वो धूल खाते है
नहाने के बाद खुद को आईने में देख कर याद कर लेते है
वरना तो हम खुद को रोज़ भूल जाते है
हमने कहने की कोशिश बहुत की पर कभी कह न पाये
पर वो हर बार आते जाते कुछ बोल जाते है
कश्ती पर भरोसा कर के उसमे बैठ तो जाते है
पर कश्ती चलने वाले को क्यों भूल जाते है ?
अरे ओ ज़िंदगी भर नफरत करने वालो
तुम्हे क्या लगता है गंगा नहाने से क्या पाप धूल जाते है ?
देखा था एक चाँद का टुकड़ा एक दिन बस स्टैण्ड पर
आज कल बस पकड़ने हम रोज़ जाते है
सच्चा हूँ दिल नही दुखाया कभी किसी का
ना जाने क्यों मेरे बोलने से लोग चीड़ जाते है
अच्छे काम करने वालो विश्वास रखो उस ऊपर वाले पे
आते है भगवन ज़मीन पे जरूर आते है